फागुन का महीना चलो मालपुरा दरबार लिरिक्स
फागुन का महीना, चलो मालपुरा दरबार, दादा गुरु संग होली, हम खेलेंगे इस बार।। तर्ज - सावन का महीना। रंग ...
Read moreDetailsफागुन का महीना, चलो मालपुरा दरबार, दादा गुरु संग होली, हम खेलेंगे इस बार।। तर्ज - सावन का महीना। रंग ...
Read moreDetailsमेहंदीपुर के मंदिर में, तन्ने याद करे नर नारी हो, बालाजी बलकारी हो।। घाटे के मा देखी या तेरी, अजब ...
Read moreDetailsबाबा कर दो विदा, हमको तुम प्यार से, दिन बिताए ख़ुशी से, दरबार में, दरबार में, बाबा कर दों विदा, ...
Read moreDetailsमेलो आयो रे, मेरे सांवरिया सरकार को।bd। तर्ज - झुमका गिरा रे। दूर दूर से सेठ सांवरा, आया मोटा मोटा, ...
Read moreDetailsकान्हा ऐसी मारी पिचकारी, दोहा - इत राधा उत नन्द का लाला, लगे रंग बरसाने, सूखा कोई बच ना पायो, ...
Read moreDetailsखेले मसाने में होरी, दिगम्बर, खेले मसानें में होरी, भूत पिशाच बटोरी, दिगम्बर, खेले मसानें में होरी।। गोप ना गोपी ...
Read moreDetailsसांवरिया रे मंदिर में, बाजे ओ ढोल, भगत गणा ये नाचता, ठाकुर जी का मंदिर में, बाजे वो ढोल, भगत ...
Read moreDetailsमेरी अर्जी ये बाईसा, बाबोसा तक पहुँचा देना, तेरी याद में दीवाना रोए, उसे चरणों से लगा लेना, ओ बाईसा ...
Read moreDetailsआया जन्मदिन मंजू बाईसा का, झूम रहा जग सारा, पवित्र पावन दिन ये, बाबोसा भक्त को प्यारा, शक्ति स्वरूपा बाईसा, ...
Read moreDetailsरंग मत डारो कान्हा, बोले रे गुजरिया, जरा खुद को संभाल, मेरा किया बुरा हाल, कान्हा फागुन में, फागुन में, ...
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