हरि नाम बिना नर बावलिया नरका में जावे रे लिरिक्स
हरि नाम बिना नर बावलिया, नरका में जावे रे। दोहा - जितना हेत हराम से, उतना हरि से होय, चला ...
Read moreDetailsहरि नाम बिना नर बावलिया, नरका में जावे रे। दोहा - जितना हेत हराम से, उतना हरि से होय, चला ...
Read moreDetailsले लो अवतार फिर से गुरु मुरारी, याद आवै थारी याद आवै थारी।। ज्ञान की बात बताया तू करता, बताया ...
Read moreDetailsऊंचा ऊंचा मेहला में, देव जी तो पोडिया रे, पीपल देवी आर, जगाया बाला देव।। अरे सुनो सुनो पीपल माने, ...
Read moreDetailsहाथ कभी देखे नहीं, फिर भी सर पे फिराता है, पांव कभी देखे नहीं, फिर भी दौड़ा आता है, हर ...
Read moreDetailsउद्धार करो भगवान, तुम्हरी शरण पड़े। चौपाई - सियाराम मय सब जग जानी, करहुं प्रणाम जोरि जुग पानी। जपहि नाम ...
Read moreDetailsबिजासन एक आसरो, थारो ही तो नाम। दोहा - इन्द्रगढ़ बिजासणा, माँ बरवाड़ा में चौथ, ऊँपर माल मे जोगणिया, मैया ...
Read moreDetailsबनभोरी आली मैया नै, झुलाया पलणा, आश ना थी खेलण की, खिलाया ललणा।। होये बावले फिरया करैं थे, घुट घुट ...
Read moreDetailsसिया जी बहिनिया हमार हो, राम लगिहै पहुनवा, राम लगिहे पहुनवा।। मिथिला के नाता से, सिया जी बहिनिया, सिया जी ...
Read moreDetailsहमें रास्तो की जरूरत नहीं है, हमें तेरे पैरों के निशान मिल गये है।। तर्ज - सागर किनारे। तुम ही ...
Read moreDetailsतेरी खाटू नगरी, सपनों में दिखती है, ऐसी किस्मत बाबा, किस्मत से मिलती है।bd। तर्ज - सावन का महीना। सपनों ...
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