कपि रामदूत कहलाए जब लंका जलाने आए भजन लिरिक्स
कपि रामदूत कहलाए, जब लंका जलाने आए, कपि राम दूत कहलाए, जब लंका जलाने आए।। तर्ज - मनिहारी का भेष ...
Read moreDetailsकपि रामदूत कहलाए, जब लंका जलाने आए, कपि राम दूत कहलाए, जब लंका जलाने आए।। तर्ज - मनिहारी का भेष ...
Read moreDetailsमहावीर बनके रणधीर बनके, चले आना बजरंगी चले आना।। तर्ज - कभी राम बनके। तुम बाल रूप में आना, तुम ...
Read moreDetailsआज हरी आये विदुर घर पावणा, पावणा तो लागे है सुहावणा, आज हरी आये विदुर घर पावणा।। विदुर नहीं घर ...
Read moreDetailsतुझ संग प्रीत लगाई कृष्णा, कृष्णा कृष्णा ओ कान्हा, कृष्ण कन्हैया कृष्ण कन्हैया, तुझ संग प्रित लगाई कृष्णा, कृष्णा कृष्णा ...
Read moreDetailsमेरी करुणामई सरकार, पता नहीं क्या दे दे, क्या दे दे भई क्या दे दे, क्या दे दे भई क्या ...
Read moreDetailsमेरा श्याम बड़ा अलबेला, मेरी मटकी में मार गया ढेला, मेरा श्याम बडा अलबेला, मेरी मटकी में मार गया ढेला।। ...
Read moreDetailsसज धज कर बैठ्यो सांवरिया, यूँ बैठ्यो बैठ्यो मुस्कावे, चलो नजर उतारे कान्हा की, कहीं आज नजर ना लग जाए, ...
Read moreDetailsबाजरे की रोटी खाले श्याम, चुरमा ने भूल जावेलो।। जाटणी के हाथ की, बणी रे कमाल की, सागे लाई हाँडी ...
Read moreDetailsअरे राम राम रे भाया राम राम रे, श्लोक - राम बुलावा भेजिया, दिया कबीरा रोय, जो सुख साधु संग ...
Read moreDetailsमुझको ले लो किशोरी जी शरण, हे राधिके श्री राधिके। तर्ज - वादा ना तोड़। श्लोक - जब सौंप दिया ...
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