वृन्दावन के कण कण में जहाँ बहती प्रेम की धारा लिरिक्स
वृन्दावन के कण कण में जहाँ, बहती प्रेम की धारा, कट जाए तेरी सारी बाधा, जप ले राधा राधा, तू ...
Read moreDetailsवृन्दावन के कण कण में जहाँ, बहती प्रेम की धारा, कट जाए तेरी सारी बाधा, जप ले राधा राधा, तू ...
Read moreDetailsसुण सुण रे म्हारा खाटू वाला धणिया, फागणिये में म्हाने बुलाई लीजे, चरणा में थारे बिठाय लीजे।। तर्ज - उड़ ...
Read moreDetailsनीले घोड़े रा असवार, म्हारा मेवाड़ी सरदार, राणा सुणता ही जाजो जी, मेवाड़ी राणा सुणता ही जाजो जी।। राणा थारी ...
Read moreDetailsचलो भक्तो खाटू धाम, बाबा का मेला आया रे, बाबा का मेला आया रे, बाबा का मेला आया रे, बाँट ...
Read moreDetailsजब भी बोलो मीठा बोलो, मीठे मीठे बोलो बोल, हरी बोल राधे राधे बोल, वाणी मीठी हो जाएगी, मीठे मीठे ...
Read moreDetailsखोल खजाने बांट रहा है, सबको बारी बारी, बैठा खाटू में श्याम बिहारी, ये दौलत देता है, ये शोहरत देता ...
Read moreDetailsजब जब भक्त पड़े मुश्किल में, श्याम नहीं है रुकता, मेरा बाबा दौड़ा आता है, लीले पे चढ़ आता है, ...
Read moreDetailsअपना जीवन सफल बनाये, सब मिल राम नाम गुण गाय, राम रामाय नमः राम रामाय नमः।। तर्ज - तेरा पल ...
Read moreDetailsनगर भागली जामो पायो, पीरजी पीर पद पायो जी, सिरेमंदर री अलख पेडिया में, राज करायो जी शान्तिनाथजी, जियो जियो ...
Read moreDetailsबाबा तेरा उपकार है, दुनिया में जो सत्कार है, तेरा ये सब उपकार है, दुनिया में जो सत्कार है।। तर्ज ...
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