नौ दिन काहे आई,
हो मैया मोरी,
रुक जाना इस बार,
ओ मैया मोरी,
अखियां प्यासी रे,
भवानी मोरी,
अखियां प्यासी रे,
ओ मैया मोरी,
अखियां प्यासी रे।।
भीड़ अजब लगी,
मैया की दूअरिया,
मैया की दूअरिया,
आस भरे दो नयन लिए मां,
विनती करें तोरे द्वार,
ओ मैया मोरी,
अखियां प्यासी रे।।
भगत खड़े तोरी राह निहारे,
दरस दिखा जा मैया,
कब से पुकारे मां,
क्या तुझको मां सुध नहीं मोरी,
सुनलो करुण पुकार,
ओ मैया मोरी,
अखियां प्यासी रे।।
नौ दिन काहे आई,
हो मैया मोरी,
रुक जाना इस बार,
ओ मैया मोरी,
अखियां प्यासी रे,
भवानी मोरी,
अखियां प्यासी रे,
ओ मैया मोरी,
अखियां प्यासी रे।।
गायक – नरेंद्र सुगोते विदिशा।
9827597556
लेखक – नीलेश राठौर।