नैन खोल के देखिए बाबा,
दर पे तेरे दास खड़ा,
तेरी दया से हो निसतारा,
लेके ये विश्वास खड़ा।।
के दुनियाँ का जिकर करूँ,
तू जाने बाबा सारी है,
सच्च कहने में डर सा लागे,
बढ रही अत्याचारी है,
सगा खुन भी हो गया न्यारा,
समय विप्त का आन पड़ा,
तेरी दया से हो निसतारा,
लेके ये विश्वास खड़ा।।
दीनो के तुम नाथ दयालू,
शरण आए की लाज रखो,
मैं बालक हु तेरा पुजारी,
मेरे दिल का भाव लखौ,
तेरे सिवा ना कोई मेरा,
अंग अंग तेरा रंग चढ़ा,
तेरी दया से हो निसतारा,
लेके ये विश्वास खड़ा।।
पल पल ध्यान धरू बाबा जी,
तुम बिन कोन हमारा है,
कल युग के अवतारी मोहन,
पावन खोली द्वारा है,
रंग ढंग सब लागे प्यारा,
मौर पंख तेरे मुकुट जडा,
तेरी दया से हो निसतारा,
लेके ये विश्वास खड़ा।।
किस से मन की बात कहुँ,
यहाँ साथी ना कोई मेरा है,
लालच में फस गए नर नारी,
केसा घोर अंधेरा है,
सुरेन्द्र सिंह ने तुम को टेरा,
मैं बाबा लाचार बड़ा,
तेरी दया से हो निसतारा,
लेके ये विश्वास खड़ा।।
नैन खोल के देखिए बाबा,
दर पे तेरे दास खड़ा,
तेरी दया से हो निसतारा,
लेके ये विश्वास खड़ा।।
गायक – सुरेन्द्र सिंह निठौरा।
9999641853