नगर का बणया रूखाली हो,
मेरे धोले बाणे आले।।
सबतै पहले पूजा होवै,
दादा थारे नाम की,
तेरे धाम के जयकारे में,
सुरती साबत गाम की,
करो म्हारा भाग सवाई हो,
मेरे धोले बाणे आले।।
रविवार ने आके दादा,
थारी धोक लगाऊं सु,
तेरे थान की शोभा न्यारी,
आके शीश झुकाऊं सु,
तेल की ज्योत जगाई हो,
मेरे धोले बाणे आले।।
दादा तेरा आसरा सै,
ढाणी गारण गाम पे,
राजल गारण ने भजन बनाया,
दादा तेरे नाम पे,
करो म्हारी धीर बंधाई हो,
मेरे धोले बाणे आले।।
नगर का बणया रूखाली हो,
मेरे धोले बाणे आले।।
गायक – राजल गारण।
9728875034