म्हारो पल पल राखे ध्यान,
म्हारो सेठ सावरों,
सेठ सावरों जी,
म्हारो सेठ सावरों।।
तर्ज – म्हारो कुण राखेगो ध्यान।
ऐके ही भरोसे चाले,
काया रूपी गाडली,
संकट आवे तो,
खुड़कावा ऐकी साकली,
सारी दुनिया म एको,
डंकों बाज रहयो,
म्हारो पल पल राखें ध्यान,
म्हारो सेठ सावरों।।
घर पे बाबा की म्हारे,
मोरछड़ी लहरावे,
कोई आवे न आवे,
बाबो दौड़यो आवे,
मरहम बन जावे यो तो,
सारे घाव रो,
म्हारो पल पल राखें ध्यान,
म्हारो सेठ सावरों।।
छोटी सी या अर्जी,
श्याम की थे सुनिजो,
म्हारी सारी पीढ़ियां न,
शरण में लिजो,
लाज थे रखियो बाबा,
म्हारे दांव रो,
म्हारो पल पल राखें ध्यान,
म्हारो सेठ सावरों।।
म्हारो पल पल राखे ध्यान,
म्हारो सेठ सावरों,
सेठ सावरों जी,
म्हारो सेठ सावरों।।
गायक – सौरभ जालान।
9101478274








