मेरे ही अपनों ने,
मुझको रुलाया,
मैं दुखियारा बाबा,
तेरे पास आया,
बाबा ने माधव ने,
हंसना सिखाया,
बाबा ने माधव ने,
हंसना सिखाया,
मैं दुखियारा बाबा,
तेरे पास आया।।
तर्ज – सावन के झूलों ने।
याद जो बाबा तेरी आई,
आंख मेरी यह जो ये भर आई,
इतने में तूने राह दिखाई,
राह दिखाई,
बाबा ने मुझको,
खाटू बुलाया,
मैं दुखियारा बाबा,
तेरे पास आया।।
दुनिया ने मुझको सताया,
बचपन रुलाया मेरा,
सब कुछ है छीना,
कर दिया मुश्किल मेरा जीना,
रो रो के मैंने,
जीवन ये बिताया,
मैं दुखियारा बाबा,
तेरे पास आया।।
खाटू के राजा तेरी,
दुनिया दीवानी,
अब बस तुझको,
लाज बचानी,
ओ मेरे बाबा शीश के दानी,
‘नंदू’ को तूने बाबा,
गले से लगाए,
मैं दुखियारा बाबा,
तेरे पास आया।।
मेरे ही अपनों ने,
मुझको रुलाया,
मैं दुखियारा बाबा,
तेरे पास आया,
बाबा ने माधव ने,
हंसना सिखाया,
बाबा ने माधव ने,
हंसना सिखाया,
मैं दुखियारा बाबा,
तेरे पास आया।।
गायक – सुरेश बीकानेरी।
9529417510