माताजी ने ध्यावना, 
मैया रा गुण गावणा, 
कंकु रा तिलक लगावणा जी, 
अन धन रा भंडार भरेला, 
भैरूजी ने साथ मनावणा जी।।
ऊठ प्रभाता नयाह धोय ने, 
घङी भर ध्यान लगावणा जी, 
भव सू मैया पार करेला, 
मुक्ति रो मार्ग बनावणा जी, 
माता जी ने ध्यावणा, 
मैया रा गुण गावणा, 
कंकु रा तिलक लगावणा जी, 
अन धन रा भंडार भरेला, 
भैरूजी ने साथ मनावणा जी।।
घट घट मैया कण कण मैया, 
साँची जयोत जगावणा जी, 
भक्तों रे हेले हेले पल मी आवे, 
मन मी पुकारणा जी, 
माता जी ने ध्यावणा, 
मैया रा गुण गावणा, 
कंकु रा तिलक लगावणा जी, 
अन धन रा भंडार भरेला, 
भैरूजी ने साथ मनावणा जी।।
लालसिंह थारो भजन वनायो, 
नित मैया ने मनावणा जी, 
दुर्गा थारा मंगल गावे, 
चरणा जयोत लगावणा जी, 
माता जी ने ध्यावणा, 
मैया रा गुण गावणा, 
कंकु रा तिलक लगावणा जी, 
अन धन रा भंडार भरेला, 
भैरूजी ने साथ मनावणा जी।।
माताजी ने ध्यावना, 
मैया रा गुण गावणा, 
कंकु रा तिलक लगावणा जी, 
अन धन रा भंडार भरेला, 
भैरूजी ने साथ मनावणा जी।।
बोलो श्री आशापूरा माताजी की जय हो, 
गायिका – दुर्गा जसराज, 
प्रेषक – देव पुरोहित नाथोणी जेरण।
			






