मैया कत सुतल छी,
कोन सघन बन झाड़ी में,
हम छी दुखक पेटारी में ना।।
हम छी बल बुद्धि विद्या हीन,
हमरा सनक कियौ नहीं दीन,
हम छी बल बुद्धि विद्या हीन,
हमरा सनक कियौ नहीं दीन,
मैया कियै फसेलौं हमरा,
अई दुनिया दारी में,
हम छी दुखक पेटारी में ना।।
झरना सन बहे आँखिक नोर,
आहाँ केहेन छी बनल कठोर,
झरना सन बहे आँखिक नोर,
आहाँ केहेन छी बनल कठोर,
माँ हे हम्मर हिस्सा रखलौं,
बंद बखारी में,
हम छी दुखक पेटारी में ना।।
मैया कत सुतल छी,
कोन सघन बन झाड़ी में,
हम छी दुखक पेटारी में ना।।
Singer – Dilip Darbhangiya