मैं तो श्याम का खज़ाना ले आया,
श्याम भक्तों में बांटने हूँ आया।।
श्याम भक्तों को दूंगा खज़ाना,
जिसे चाहिए वो मुझको बताना,
बिना मोल मैंने खूब है लुटाया,
श्याम भक्तों में बांटने हूँ आया।।
देखो भजनों का है ये ख़ज़ाना,
वही लेना जो चाहते हो गाना,
इन भजनों में सांवरा समाया,
श्याम भक्तों में बांटने हूँ आया।।
खुद गाना और सबसे गवाना,
नित सांवरे का नाम ही गुंजाना,
यही भाव मेरे मन है भाया,
श्याम भक्तों में बांटने हूँ आया।।
ये भजन तो है श्याम की प्रसादी,
सारे बन ही रहे इसके आदि,
ये प्रसादी रवि लेके आया,
श्याम भक्तों में बांटने हूँ आया।।
मैं तो श्याम का खज़ाना ले आया,
श्याम भक्तों में बांटने हूँ आया।।
Singer – Roshan Sharma