मैया मेरो ब्याह कराई दे,
हाथन में मेहंदी लगवाई दे,
अपने प्यार की,
लाय दे दुल्हनिया,
जमुना पार की,
लाई दे दुल्हनिया,
जमुना पार की।।
मैं बाबा को लाला छोटो,
मैया लाला छोटो,
माखन खाय भयो अब मोटो,
मैया भयो अब मोटो,
मोते कहे ग्वालनिया खोटो,
घर में एक बहू को टोटो,
लाली सुकुमारी सी,
लाई दे दुल्हनिया,
जमुना पार की,
ओ मैया लाई दे दुल्हनिया,
जमुना पार की।।
सुंदर सो मोको बिंद बनाई दे,
मैया दूल्हा बनाई दे,
ससुर बुलाई के मैया,
तिलक कराई दे,
मैया तिलक कराई दे,
हाथन में मेहंदी लगवाई दे,
गीत सब गोपीन ते गववाई दे,
मेघा चार की,
लाई दे दुल्हनिया,
जमुना पार की,
ओ मैया लाई दे दुल्हनिया,
जमुना पार की।।
बलदाऊ मोए बहुत खिजावे,
मैया बहुत चिडावे,
जो कोऊ मोंको देखन आवे मैया,
वाये बहकावे,
मोहे कारो कृष्ण बतावे,
उल्टी सीधी बात लगावे,
करे तकरार की,
लाई दे दुल्हनिया,
जमुना पार की,
ओ मैया लाई दे दुल्हनिया,
जमुना पार की।।
ऐसी दुल्हनिया मोको लाई दे,
मैया मन सुख भावे,
छम छम करती मो डिंग आवे,
मैया मोते बतरावे,
वाको नाम है राधा प्यारी,
जैसे श्री वृषभानु दुलारी,
राज दरबार की,
लाई दे दुल्हनिया,
जमुना पार की,
ओ मैया लाई दे दुल्हनिया,
जमुना पार की।।
मैया मेरो ब्याह कराई दे,
हाथन में मेहंदी लगवाई दे,
अपने प्यार की,
लाय दे दुल्हनिया,
जमुना पार की,
लाई दे दुल्हनिया,
जमुना पार की।।
स्वर – श्री धन्वंतरि दास जी महाराज।
प्रेषक – ओमप्रकाश पांचाल उज्जैन मध्य प्रदेश।
9926652202