कजरारे नैनो वाला,
तन पे पीतांबर डाला,
अधरों पे सोहे मुरली,
गल में वैजन्ती माला,
प्यारा प्यारा सा मुखड़ा,
जैसे हो चांद का टुकड़ा,
इसकी दुनिया दीवानी,
ऐसा मतवाला,
कजरारें नैनों वाला,
तन पे पीताम्बर डाला,
अधरों पे सोहे मुरली,
गल में वैजन्ती माला।।
तर्ज – जा रे जा ओ हरजाई।
राधा इसके फेर में पड़कर,
हो गई रे दीवानी,
सारे बृज गोकुल में चर्चा,
जोगन हो गई मीराबाई,
ले हाथों इकतारा,
गाए सांवरिया सांवरिया,
दिल की है ये लगी,
ये नहीं दिल्लगी,
हो प्रीत में पड़कर पी गई,
मीरा विष प्याला,
कजरारें नैनों वाला,
तन पे पीताम्बर डाला,
अधरों पे सोहे मुरली,
गल में वैजन्ती माला।bd।
लोगों ने कितना समझाया,
मन ने एक ना मानी,
मेरी पेश चली ना कोई,
झलक दिखा झट से छुप जाए,
तीखे तीर चलाए,
मेरी सुध बुध रामा खोई,
दिल ये मेरा गया,
चैन मेरा गया,
हो आगे आगे जाने क्या,
हो गड़बड़ झाला,
कजरारें नैनों वाला,
तन पे पीताम्बर डाला,
अधरों पे सोहे मुरली,
गल में वैजन्ती माला।bd।
अब तो मेरा मीत यही है,
नन्द का छोरा नटवर नागर,
दिल का चैन यही है,
“मनमौजी” संग जोड़ी यारी,
जो चाहे हो जाए अब तो,
छूटे ना डोर बंधी है,
लाख बातें बने,
सौ फसाने गढ़े,
हो मेरे तो रोम रोम में,
ये नन्द का लाला,
कजरारें नैनों वाला,
तन पे पीताम्बर डाला,
अधरों पे सोहे मुरली,
गल में वैजन्ती माला।bd।
कजरारे नैनो वाला,
तन पे पीतांबर डाला,
अधरों पे सोहे मुरली,
गल में वैजन्ती माला,
प्यारा प्यारा सा मुखड़ा,
जैसे हो चांद का टुकड़ा,
इसकी दुनिया दीवानी,
ऐसा मतवाला,
कजरारें नैनों वाला,
तन पे पीताम्बर डाला,
अधरों पे सोहे मुरली,
गल में वैजन्ती माला।।
गायक – लक्ष्मीकांत अग्रवाल।
9811892497