झूलो कदम की डाल,
पडियो जी कोई झूलों नंदलाल,
झूलो झुलावा जी,
कान्हा तने चाव सु।।
सावण सुरंगो प्यारो लागे जी,
म्हारा नंद जी रा लाल,
म्हारा मदन गोपाल,
झूलो झुलावा जी,
कान्हा तने चाव सु।।
आओ पधारो म्हारे आंगणे जी,
म्हारा नंद जी रा लाल,
म्हारा मदन गोपाल,
सेज सुलावा जी,
कान्हा थाने चाव सु।।
चम चम चमके बिजली जी,
कोई रिमझिम बरसात,
कोई रिमझिम बरसात,
आज रिझावा जी,
कान्हा थने चाव सु।।
वन में बोले मोरियो जी,
कोई पीयूं पीयूं आज,
कोई पीयुं पीयूं आज,
भजन सुणावा जी कान्हा,
कान्हा थने चाव सु।।
झूलो कदम की डाल,
पडियो जी कोई झूलों नंदलाल,
झूलो झुलावा जी,
कान्हा तने चाव सु।।
स्वर / प्रेषक – पंडित ऋषिराज शास्त्री भागवताचार्य।
7568466666
 
			








 
 
Bahut sundar hai