जगराता है आज मैया,
आज तुमको आना है,
हमें दरस दिखाना है।।
तर्ज – एक तेरा साथ।
दरबार में तेरे,
गुणगान गाने को,
दीवाने आ गए,
झूमते गाते,
चरणों में माँ तेरे,
मस्ताने आ गए,
आज तो तेरी,
आज तो तेरी,
भक्ति में ही रम जाना है,
हमें दर्शन पाना है।।
माँ तेरी राहों में,
हम फूल बिछाते है,
माँ अब ना देरी करो,
जो भक्त आए है,
दरबार में उनकी,
आशाए पूरी करो,
चरणों में तेरे,
चरणों में तेरे,
अपना दिल हमें बिछाना है,
तेरा दर्शन पाना है।।
पलकें उठाओ माँ,
कुछ तो जरा बोलो,
दो मीठे बोल कहो,
चरणों में तुम अपने,
रखना सदा हमको,
भक्तों की अरज सुनो,
आज आँचल में,
आज आँचल में तेरे माँ,
हमको तो छुप जाना है,
तेरा दर्शन पाना है।।
जगराता है आज मैया,
आज तुमको आना है,
हमें दरस दिखाना है।।
Singer – Mukesh Bagda Ji