जबसे मिला है मुझे ये दरबार अपनी तो दुनिया भजन लिरिक्स

जबसे मिला है मुझे ये दरबार अपनी तो दुनिया बदल गई यार भजन लिरिक्स
दुर्गा माँ भजनमनीष तिवारी भजन

जबसे मिला है मुझे ये दरबार,
अपनी तो दुनिया बदल गई यार,
चाँदी चाँदी हो गई मेरी,
चाँदी चाँदी हो गई।।

तर्ज – टोटे टोटे हो गया दिल।



दुःख के बादल सब दूर हुए,

खुशियाँ ही खुशियाँ छाई है,
मेरी वैष्णो माँ की किरपा से,
ये रात सुहानी आई है,
अब ना किसी की है दरकार,
अपनी तो दुनिया बदल गई यार,
चाँदी चाँदी हो गई मेरी,
चाँदी चाँदी हो गई।।



संसार में सारे घूम लिया पर,

चैन कहीं ना पाया मैं,
रोते रोते बड़ी मुश्किल से,
दरबार में माँ के आया मैं,
वैष्णो माँ ने सुनली पुकार,
अपनी तो दुनिया बदल गई यार,
चाँदी चाँदी हो गई मेरी,
चाँदी चाँदी हो गई।।



जबसे मिला है मुझे ये दरबार,

अपनी तो दुनिया बदल गई यार,
चाँदी चाँदी हो गई मेरी,
चाँदी चाँदी हो गई।।


One thought on “जबसे मिला है मुझे ये दरबार अपनी तो दुनिया भजन लिरिक्स

  1. गोपाल विश्वकर्मा भजन गायक देवास says:

    मुझे यहां भजन बहुत सुंदर लगा है और बहुत सुंदर बोल है इस भजन के जय श्री श्याम

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