हुई सफल कमाई महाराज भरतरी थारी

हुई सफल कमाई महाराज,
भरतरी थारी भरतरी थारी,
ईश्वर रे कारण जोग फकीरी धारी,
ए हुई सफल कमाईं महाराज,
भरतरी थारी भरतरी थारी,
ईश्वर रे कारण जोग फकीरी धारी,
ए मालिक रे कारण जोग फकीरी धारी।।



हे राजा सुतो महल रे माय,

तृष्णा जागी ए तृष्णा जागी,
जाने मिलिया गोरखनाथ भरमना भागी,
ए राजा सुतो महल रे माय,
तृष्णा जागी के तृष्णा जागी,
जाने मिलिया गोरखनाथ भरमना भागी,
जाने मिलिया गोरखनाथ भरमना भागी।।



हे राजा जावो शहर के माय,

दे आवो फेरी दे आवो फेरी,
पिंगला ने कहिजो मात मत करो देरी,
ए राजा जावो शहर के माय,
दे आवो फेरी दे आवो फेरी,
पिंगला ने कहिजो मात मत करो देरी,
पिंगला ने कहिजो मात मत करो देरी।।



हे राजा गयो शहर के माय,

दे रयो फेरी ओ दे रयो फेरी,
भिक्षा घालो पिंगला मात मत करो देरी,
ए राजा गयो महल रे माय,
दे रयो फेरी ओ दे रयो फेरी,
भिक्षा घालो पिंगला मात मत करो देरी,
भिक्षा घालो पिंगला मात मत करो देरी।।



हे रानी ऊबी महल रे माय,

लटीया तोडे ए लटीया तोडे,
ए राजा एक दिन पकड्यो हाथ,
प्रीत कई तोडे,
ए रानी ऊबी महल रे माय,
लटीया तोडे ए लटीया तोडे,
ए राजा एक दिन पकड्यो हाथ,
प्रीत कई तोडे,
ए राजा एक दिन पकड्यो,
हाथ प्रीत कई तोडे।।



हे रानी ऊबी डोड्या रे बीच,

कलप रही काया कलप रही काया,
थारा मरजो गोरखनाथ राज छुडवाया,
ए रानी ऊबी डोड्या रे बीच,
कलप रही काया कलप रही काया,
थारा मरजो गोरखनाथ राज छुडवाया,
ओ थारा मरजो गोरखनाथ राज छुडवाया।।



हे रानी मत दे गुरूजी ने घाल,

कर्म रेखा न्यारी कर्म रेखा न्यारी,
मारा लिखिया विधाता लेख टले नही टाली,
ए रानी मत दे गुरूजी ने घाल,
कर्म रेखा न्यारी कर्म रेखा न्यारी,
मारा लिखिया विधाता लेख टले नही टाली,
ओ मारा लिखिया विधाता लेख टले नही टाली।।



हे एक सोहन शिखर रे माय,

साकडी सेरी साकडी सेरी,
ओतो गावे झरना नाथ भजन रो लहरी,
ए एक सोहन शिखर रे माय,
साकडी सेरी साकडी सेरी,
ओतो गावे झरना नाथ भजन रो लहरी,
ओतो झरना नाथ भजन रो लहरी।।



हुई सफल कमाई महाराज,

भरतरी थारी भरतरी थारी,
ईश्वर रे कारण जोग फकीरी धारी,
ए हुई सफल कमाईं महाराज,
भरतरी थारी भरतरी थारी,
ईश्वर रे कारण जोग फकीरी धारी,
ए मालिक रे कारण जोग फकीरी धारी।।

गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818


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