हारे के सहारे श्याम,
मेरी बिगड़ी बनाने आ जाओ,
मेरा और सहारा कोई ना,
मेरा और सहारा कोई ना,
मेरी लाज बचाने आ जाओ,
हारे के सहारे श्याम,
मेरी बिगडी बनाने आ जाओ।।
तेरे भरे हुए भंडार श्याम,
मोहताज मैं दाने दाने का,
तेरे होते हुए दिल कांप रहा,
तेरे द्वार के इस दीवाने का,
मेरी नैया भंवर में पडी,
मेरी नैया भंवर में पडी,
इसे पार लगाने आ जाओ,
हारे के सहारे श्याम,
मेरी बिगडी बनाने आ जाओ।।
कहीं एक गरीब की कुटिया को,
लोगों की नजर ना लग जाये,
विश्वास के इन रंगों पे,
कहीं पानी ही ना फिर जाए,
क्या करूँ कुछ सूझे ना,
क्या करूँ कुछ सूझे ना,
कोइ राह बताने आ जाओ,
हारे के सहारे श्याम,
मेरी बिगडी बनाने आ जाओ।।
मैं निर्बल निर्धन दीन बड़ा,
मैं घिर गया दुख के घेरे में,
एक बार जरा तू पूछ ले श्याम,
क्या हाल है तेरे दीवाने का,
‘मनीष गौतम’ का सहारा बाबा श्याम,
‘मनीष गौतम’ का सहारा बाबा श्याम,
अब दुखडे मिटाने आ जाओ,
हारे के सहारे श्याम,
मेरी बिगडी बनाने आ जाओ।।
हारे के सहारे श्याम,
मेरी बिगड़ी बनाने आ जाओ,
मेरा और सहारा कोई ना,
मेरा और सहारा कोई ना,
मेरी लाज बचाने आ जाओ,
हारे के सहारे श्याम,
मेरी बिगडी बनाने आ जाओ।।
Singer – Mayank Brijwasi
7014457887