गजानन कर दो बेडा पार,
आज हम तुम्हे मनाते हैं,
तुम्हे मनाते हैं,
गजानन तुम्हे मनाते हैं।।
सबसे पहले तुम्हें मनावें, 
सभा बीच में तुम्हें बुलावें, 
सभा बीच में तुम्हें बुलावें है, 
गजानन कर दो बेडा पार, 
आज हम तुम्हे मनाते हैं।।
आओ पार्वती के लाला, 
मूषक वाहन सूंड सुन्दाला,
मूषक वाहन सूंड सुन्दाला,
गजानंद कर दो बेडा पार, 
आज हम तुम्हे मनाते हैं।।
भक्त जनों ने टेर लगाई, 
सबने मिलकर महिमा गाई, 
सबने मिलकर महिमा गाई,
गजानंद कर दो बेडा पार, 
आज हम तुम्हे मनाते हैं।।
उमापति शंकर के प्यारे, 
तू भक्तों के काज सवारे, 
तू भक्तों के काज सवारे, 
गजानंद कर दो बेडा पार, 
आज हम तुम्हे मनाते हैं।।
लड्डू पेडा भोग लगावें, 
पान सुपारी पुष्प चढावें, 
पान सुपारी पुष्प चढावें, 
गजानंद कर दो बेडा पार, 
आज हम तुम्हे मनाते हैं।।
गजानन करदो बेडा पार, 
आज हम तुम्हे मनाते हैं,
तुम्हे मनाते हैं, 
गजानन तुम्हे मनाते हैं।।
 
			







 
 
Bahut sundar
Bhut Acha nice
गजानन कर दो बेड़ा पार आज हम तुम्हे मनाते हैं आज हम तुम्हे मनाते हैं यह भजन बहुत सुंदर एवं बहुत सुशील है जय श्री गजानंद भगवान आप सभी के मनोकामना पुण्य करें और सब भक्तों का मनोरथ पूर्ण करें