एक अरज मारी मामा,
एक सायल मारी मामा,
भगतारी थे बेल पधारो,
उज्जैन अवतारी।।
जाजम ढलाई मामा जी,
सोवटे माही,
हु घोडले असवार पधारो,
सबा रे माई,
सत रे मांमा पाठ पुरायो,
भगाता रे ताही,
अमला री मनवार पधारो,
मामा उज्जैन अवतारी।।
उज्जैनी सु मतो उपायों,
शिलासर माही,
फगलू जी ने आए जगाया,
परोडिये माही,
उज्जैनी सु आओ मामा,
घोडले असवारी,
दुखियारा दुखड़ा मेटे,
प्रसा हदभारी।।
वातो थे करता मामा,
मनडा रे वाली,
वात वेगा आप पधारो,
मामा उज्जैनी,
फगलू जी ने केवे भोपाजी,
सुनो भोपाजी जुगड़ा में,
अमर हो जाओ,
है आशीष है मेरी।।
एक आसरो मारो मामा जी,
केवे भोपो जी,
थोरै बिना एक पागलो नहीं,
भरो केवे भोपो जी,
भोपाजी ने परसों दिनों,
जुगड़ा रे माई वीरा,
थारी महिमा गावे,
वीर खम्मा घणी।।
एक अरज मारी मामा,
एक सायल मारी मामा,
भगतारी थे बेल पधारो,
उज्जैन अवतारी।।
Singer – Viru Nehad / Rekha Parmar
प्रेषक – लक्ष्मण सुथार।
खाटावास खुडाला जिला जोधपुर।
6281233284