दातार हो तो ऐसा,
है कौन तेरे जैसा,
श्याम तुमसे बड़ा,
आज कोई नहीं,
बाबा तुमसे बड़ा,
आज कोई नहीं।bd।
तर्ज – ये रेशमी झुलफें।
ऐसे दानी हो तुम,
जिसका कहना ही क्या,
जो भी चाहा वो करके,
दिखा ही दिया,
मैं बोलूं ये सब बोले,
सब हाथ उठाकर के बोले,
श्याम तुमसे बड़ा,
आज कोई नहीं,
बाबा तुमसे बड़ा,
आज कोई नहीं।bd।
जब से तेरी शरण में,
आया हूं मैं,
तब से जीवन के हर सुख,
पाया हूं मैं,
मैं बोलूं ये सब बोले,
सब हाथ उठाकर के बोले,
श्याम तुमसे बड़ा,
आज कोई नहीं,
बाबा तुमसे बड़ा,
आज कोई नहीं।bd।
अब तो आंसू चरण पर,
गिर जाने दे,
मुझको बनवारी भव से,
तर जाने दे,
मैं बोलूं ये सब बोले,
सब हाथ उठाकर के बोले,
श्याम तुमसे बड़ा,
आज कोई नहीं,
बाबा तुमसे बड़ा,
आज कोई नहीं।bd।
दातार हो तो ऐसा,
है कौन तेरे जैसा,
श्याम तुमसे बड़ा,
आज कोई नहीं,
बाबा तुमसे बड़ा,
आज कोई नहीं।bd।
Singer – Mukesh Bagda Ji
Lyrics – Banwari Ji