चूरू वाले बाबोसा भगवन,
कर जोड़ करते है चरणों में वन्दन,
जब तक है जीवन करू भक्ति तेरी,
सांसो की माला में हो तेरा सुमिरन।।
तुम्ही हो माता पिता हमारे,
तुम्ही हो भक्तो के पालनहारे,
जो भी शरण मे तेरी आया,
कट जाये उसके भव भव के बंधन।।
प्रीत की डोरी ये प्रेम का बंधन,
तुमसे ही बांधा है बाबोसा भगवन,
रोशन है तुमसे ये दुनिया हमारी,
तेरे हवाले है अब सारा जीवन।।
भक्ति में तेरी मन ये मगन हो,
हरपल ही हमको तेरी लगन हो,
मन मंदिर में सूरत तुम्हारी,
आठो पहर हो तेरा ही दर्शन।।
संकट मोचन संकट निवारे,
तुम पर रीझे अंजनी दुलारे,
हो जाये गर जो महर तुम्हारी,
मिट जाये पल में सारी ही उलझन।।
मंजू बाईसा के प्राणों से प्यारे,
श्री बाबोसा भगवन हमारे,
“दिलबर” लिखे भक्त हर्ष गाये,
महिमा तुम्हारी छगनी नंदन चूरूवाले।।
चूरू वाले बाबोसा भगवन,
कर जोड़ करते है चरणों में वन्दन,
जब तक है जीवन करू भक्ति तेरी,
सांसो की माला में हो तेरा सुमिरन।।
गायक – श्री हर्ष व्यास मुम्बई।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365