भगत रे धरती पर संकट मिनखां कारणे भजन लिरिक्स
भगत रे धरती पर संकट मिनखां कारणे, म्हे तो भेज्या सब ने देकर सुख संसार, भगत रे कर्मा रा फल...
Read moreDetailsभगत रे धरती पर संकट मिनखां कारणे, म्हे तो भेज्या सब ने देकर सुख संसार, भगत रे कर्मा रा फल...
Read moreDetailsजब कोई साथ ना देता, जब कोई रस्ता ना मिलता, तुम देती मेरा साथ ओ मेरी माँ, ना कोई है...
Read moreDetailsकश्ती मेरी भवर में, इसे पार तुम लगाओ, मेरे डूबने से पहले, आ कर मुझे बचाओ, कश्ती मेरी भंवर में,...
Read moreDetailsराजा दशरथ यूँ रो रो के कहने लगे, हाय वनवास मेरा दुलारा गया। दोहा - राम को जब तिलक की...
Read moreDetailsचाहे धूप हो या छाओं हो, चाहे शहर हो या गाओं हो, हो राह में कठिनाइयां, हों हर तरफ तनहाइयाँ,...
Read moreDetailsओ नेजाधारी, जी लाज रखो म्हारी, कर लीले की असवारी, पधारो म्हारा पावना, थारा भगत करे है, थारी ध्यावना।। तर्ज...
Read moreDetailsउड़ जाएगा हंस अकेला, उड़ जाएगा, उड़ जाएगा उड़ जाएगा, उड़ जाएगा उड़ जाएगा, जग दर्शन का मेला, उड़ जाएगा,...
Read moreDetailsकौन सा मंत्र जपूं मैं भगवन, तुम धरती पर आओ, दुविधा भारी आन पड़ी है, आकर इसे उठाओ, के एक...
Read moreDetailsभगवान हमारे कीर्तन में, जरा आकर दर्श दिखा जाना, तेरी भक्ति के दीवानो पर, जरा आकर प्रेम लुटा जाना, भगवान...
Read moreDetailsक्यों पानी में मल मल नहाये, मन की मैल उतार, मन की मैल उतार, क्या पानी में मल मल नहावें,...
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