देख सोने का मृग माँ प्रिये जानकी भजन लिरिक्स
देख सोने का मृग माँ प्रिये जानकी, दोहा - देखा ना सुना ऐसा मृग, कितना सुंदर सुगढ़ सलोना है, देखो...
Read moreDetailsदेख सोने का मृग माँ प्रिये जानकी, दोहा - देखा ना सुना ऐसा मृग, कितना सुंदर सुगढ़ सलोना है, देखो...
Read moreDetailsपूजन अर्चन ध्यान और वंदन, ये हैं जीवन के आधार, पितरों का तू सुमिरन कर ले, हो जाएगा बेड़ा पार।।...
Read moreDetailsप्रबल प्रेम के पाले पड़ के, प्रभु का नियम बदलते देखा, अपना मान भले टल जाए, भक्त का मान न...
Read moreDetailsतुम आन बसों यही गाँव, सुहागन सुंदरी, कौन नगर की परम सुंदरी, क्या है तुम्हारो नाम, कौन राजन की बहुआ...
Read moreDetailsसर पे मटकीया दो दो धरी, अरे सर पे मटुकीया दो दो धरी, क्या चाल चले मतवाली गुजरिया, क्या चाल...
Read moreDetailsजब चराता है वन वन में गऊए, कैसे कह दूं कि ग्वाला नहीं है, तुम्हारी नजरों को धोखा हुआ है,...
Read moreDetailsआमा पान के पतरी करेला, पान के दोना ओ, झुपत झुपत आबे, दाई दाई मोर अंगना ओ।। रस्ता ला देखव...
Read moreDetailsजरा मन की किवड़िया खोल, हरि तेरे द्वारे खड़े, द्वार खड़े हरि द्वार खड़े, द्वार खड़े हरि द्वार खड़े, ज़रा...
Read moreDetailsकरो रे मन चलने की तैयारी, दोहा - जाते नहीं है कोई, दुनिया से दूर चल के, आ मिलते हैं...
Read moreDetailsगजब रीत चली कलयुग में, राम राम राम, गजब रीत चली।। जन्मदिन पर पूजा पाठ ना किया, कटबा दयै केक...
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