मोरी पीर हरो तुम बिन कौन हमारो भजन लिरिक्स
मोरी पीर हरो, तुम बिन कौन हमारो।। द्रुपद सुता के चीर बढ़ायो, पट के बीच पधारियो, ग्राह से गज के...
Read moreDetailsमोरी पीर हरो, तुम बिन कौन हमारो।। द्रुपद सुता के चीर बढ़ायो, पट के बीच पधारियो, ग्राह से गज के...
Read moreDetailsकैलाश पुरी से चाल के, शिव नन्द महर घर आयो।। राग - पारवा ~ लावणी। शिव भगति मं मगन, दरस...
Read moreDetailsउठ जाग मुसाफिर भोर भई, अब रैन कहाँ जो सोवत है, जो सोवत है वो खोवत है, जो जागत है...
Read moreDetailsपलट सुदामा देखन लागे, कित गई मोरी टपरिया रे, जा कुन बनवा दई अटरिया रे, कुन बनवा दई अटरिया रे।।...
Read moreDetailsमेरी मैया नर्मदा का नाम, सवेरे उठ जप लेना, जप लेना रे प्यारे भज लेना, मेरी मईया नर्मदा का नाम,...
Read moreDetailsकंकर कंकर बना है शंकर, माँ तेरे प्रताप से, दरस तेरा भक्तों को छुड़ाए, जीवन के हर ताप से, हर...
Read moreDetailsधन्य भाग सेवा का अवसर पाया, चरण कमल की धूल बना मैं, मोक्ष द्वार तक आया, धन्य भाग सेवां का...
Read moreDetailsसारे हिंदुस्तान को, खुशहाल कर दिया, मोदी और योगी ने, कमाल कर दिया।। धन्य आज धन्य सारा, हिंदुस्तान धन्य है,...
Read moreDetailsभजन हरि का करले अभिमानी, तेरी दो दिन की ज़िंदगानी।। मोह माया में ऐसा अटका, छोड़ के भव बंधन का...
Read moreDetailsआजा बेगो बनवारी, आ गई मोटी बीमारी, आ गयो बेरी कोरोना, कहा से आ गयो कोरोना।। तर्ज - धीरे धीरे...
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