जीवन की सांसें कब रुक जाए हार कर भजन लिरिक्स
जीवन की सांसें कब, रुक जाए हार कर, रखना जतन से प्यारे, इनको संवार कर, रखना जतन से प्यारे, इनको...
Read moreDetailsजीवन की सांसें कब, रुक जाए हार कर, रखना जतन से प्यारे, इनको संवार कर, रखना जतन से प्यारे, इनको...
Read moreDetailsदूल्हा बने रंगनाथ, दुल्हन गोदा प्यारी है, हां प्यारी है, शादी के बंधन की तैयारी है।। किये सोलह सिंगार, सजी...
Read moreDetailsरंग जी बना की, गोदा बनी रे दुल्हनिया, खूब सजाए उनकी सब सखियां, उनकी सब सखियां, गोदा बनी रे दुल्हनिया।।...
Read moreDetailsजितने प्रेमी तेरे, मैं सबको शीश झुकाऊँ, किसी के अवगुण कभी न देखूँ, गुण झोली में पाऊँ, जितने प्रेमी तेरें,...
Read moreDetailsमोहे तो प्रभु मिलन की आस, बार-बार तोहे अरज़ लगाऊं, कब दर्शन दोगे नाथ, मोहें तो प्रभु मिलन की आस।।...
Read moreDetailsदुष्ट पापिनी केकैयी माता, तूने क्या कर डाला, हंसती खिलती अवधपुरी में, अंधकार कर डाला, ओ राम मेरे राम, मेरे...
Read moreDetailsशबरी बेचारी है, प्रेम की मारी है, स्वागत में रघुवर के, सुध बुध बिसारी है, लक्ष्मण राजा राम, मेरे घर...
Read moreDetailsचरण कमल बंदों हरि राई, जाकी कृपा पंगु गिरी लंगे, अंधे को सब कछु दरसार्ई, चरण कमल बंदों हरि राई।।...
Read moreDetailsदया कर दान विद्या का, श्लोक - ॐ असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय, मृत्योर्मा अमृतम्गमय। दया कर दान विद्या...
Read moreDetailsछोड़ कर संसार जब तू जाएगा, कोई ना साथी तेरा साथ निभाएगा।। इस पेट भरण की खातिर, तू पाप कमाता...
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