दुनिया खोजे घाट घाट हरि घट घट वासी रे
दुनिया खोजे घाट घाट, हरि घट घट वासी रे। दोहा - सब घट मेरा साइयां, खाली घट ना कोय, बलिहारी...
Read moreDetailsदुनिया खोजे घाट घाट, हरि घट घट वासी रे। दोहा - सब घट मेरा साइयां, खाली घट ना कोय, बलिहारी...
Read moreDetailsलाख मनाऊं फिर भी ना माने रे, दोहा - मन लोभी मन लालची, मन चंचल मन चोर, मन के मते...
Read moreDetailsकल भी मन अकेला था, दोहा - आदत बदल गई है, वक्त काँटने की, हिम्मत ही नहीं होती, अब दर्द...
Read moreDetailsमाई की सेवा दिल से कर, नर्मदे नर्मदे नर्मदे हर, नर्मदे हर जीवन भर, माईं की सेवा दिल से कर।।...
Read moreDetailsआनंद ले लो रे सत्संग का, ये मौका मिले ना बारंबार, भजन करलो रे परमानंद का, मौका मिले ना बारंबार।।...
Read moreDetailsचले विप्र हरि नाम को जपते, दीनानाथ के धाम, जपते राधे राधे श्याम, जपते राधे राधे श्याम।। (सुदामा प्रसंग भजन)...
Read moreDetailsअपना घर हो भक्ति धाम, अपना घर हो शक्ति धाम, हर बाधा को पार करें हम, हर बाधा को पार...
Read moreDetailsप्रयागराज की धरती पर, आई यह पावन बेला है, छोटी मोटी बात नहीं, यह महाकुंभ का मेला है, साधु संतों...
Read moreDetailsमैनू दवो दुआवां लोकों वे, मेरी जुग जुग जीवे माँ, मेरे सिर तों कदे वी खुंजे ना, ओ ठंडी मिट्ठी...
Read moreDetailsसच बात पूछती हूँ, बताओ ना बाबूजी, छुपाओ ना बाबूजी, क्या याद मेरी आती नहीं, क्या याद मेरी आती नही।।...
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