जिंदगी भर काम करते रह गए
जिंदगी भर काम, करते रह गए, हरि भजन को हम, तरसते रह गए।। तर्ज - दिल के अरमा। हरि भजन...
Read moreDetailsजिंदगी भर काम, करते रह गए, हरि भजन को हम, तरसते रह गए।। तर्ज - दिल के अरमा। हरि भजन...
Read moreDetailsचरणों में पड़ा तेरे, प्रभु मुझको भुला ना देना। दोहा - कलयुग में नर तन पाई के, नर मानुष जीवन...
Read moreDetailsभाई बहन के प्रेम का रिश्ता, सब रिश्तों से न्यारा है, एक दूजे की ताकत है ये, एक दूजे का...
Read moreDetailsसच्चा तू करतार है, सबका पालनहार है, तेरा सबको आसरा, सुखों का भण्डार है।। नदियाँ नाले पर्वत सारे, तेरी याद...
Read moreDetailsनिमाड़ का तो, संत सिंगाजी बाबा, निर्गुण वाणी बोल्या हो, निर्गुण वाणी बोल्या संत होन, अमीरस वाणी बोल्या हो।। कलयुग...
Read moreDetailsसकल हंस में राम विराजे, राम बिना कोई धाम नहीं, सब ब्रह्माण्ड में जोत का वासा, राम को सुमरू दूजा...
Read moreDetailsसमय जो चाहेगा वो होगा, दोहा - समय पाय फल होत है, समय पाय झरि जाय, सदा रहे नहिं एक...
Read moreDetailsमाया में मन अपना, जो फांसे रहते है। दोहा - माया चार प्रकार की, एक बिलसे एक खाए, एक मिलावे...
Read moreDetailsपंछी सुर में गाते है, भंवरे गुन गुनाते है, घुंघरू बजाती है हवा, चैत्र महीनो आई गणगौर, देवा ओ देवा...
Read moreDetailsमारा हाथा में हरियो रुमाल रे, चाला गणगौर मेला में, ओ मेला में मेला में, चलो माताजी का मेला में।।...
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