जाने वो कौन सी घड़ी थी मेरे राम अवध से निकले
जाने वो कौन सी घड़ी थी, दोहा - दशरथ नंदन राम, वन को जावत है, इक्ष्वाकु वंश कहावत, पितु का...
Read moreDetailsजाने वो कौन सी घड़ी थी, दोहा - दशरथ नंदन राम, वन को जावत है, इक्ष्वाकु वंश कहावत, पितु का...
Read moreDetailsना पैसा लगता है, ना खर्चा लगता है, सियाराम बोलो तुम, बड़ा अच्छा लगता है।। ना दौलत काम आयेगी, ना...
Read moreDetailsराघव ललन तेरे कोमल चरण, कहीं कंकरिया गढ़ी नहीं जाय।। नवरा जीव चरण अरुणाय, खेलन बिनु पग परे अकुलाय, नीरज...
Read moreDetailsराम सृष्टा भी है और सृष्टि भी है, राम दृष्टा भी है और दृष्टि भी है।। देखे - राम दरबार...
Read moreDetailsराम से पावन राम से प्यारा, कोई नहीं देखा जग सारा, हर विनती का फल रघुराई, हर बाधा का हल...
Read moreDetailsराम का नाम है एक नगीना, अवध अंगूठी में जड़ दीना, मन में बसे सियाराम हमारे, अमृत रस भर भर...
Read moreDetailsराजीव नयन को, स्वतः चयन को, जयमाला पहनाओ, जय माला पहनाओ, संमुख है रघुवर, दुर्लभ अवसर, यह अवसर ना गंवावो,...
Read moreDetailsऐसा कहते है सब लोग की, जादू भरी पद रज है तुम्हारी। दोहा - आज्ञा पायी निषाद ने, केवट लियो...
Read moreDetailsमिथिला का कण कण खिला, जमाई राजा राम मिला।। जनक सुति संग रहियो ऐसे, कनक कली पर भंवरा जैसे, कनक...
Read moreDetailsजिसके दिल में राम बसे, और भक्त राम का सच्चा हो, जय श्री राम वही बोले, जो असल मर्द का...
Read moreDetails© 2024 Bhajan Diary