सत्संग वह गंगा है जिसमे जो नहाते है भजन लिरिक्स
सत्संग वह गंगा है, जिसमे जो नहाते है, सत्संग वो गंगा है, जिसमे जो नहाते है, पापी से पापी भी,...
Read moreDetailsसत्संग वह गंगा है, जिसमे जो नहाते है, सत्संग वो गंगा है, जिसमे जो नहाते है, पापी से पापी भी,...
Read moreDetailsधन्य है भारत देश हमारा, वंदे मातरम् का नारा। दोहा - जब तक रहे गंगा त्रिवेणी, रहे तिरंगे की आन,...
Read moreDetailsथे तो धरनी पधारया गंगा माय, दोहा - गंगा जमुना सरस्वती, भागीरथ रे भाव, मृत्यु लोक में गंगा लायो, तपने...
Read moreDetailsगंगा जमुना और सरस्वती, दोहा - सतगुरु की संगत करो, धरो हरि को ध्यान, अंतकरण शुद्ध होवसी, महाकुम्भ करो स्नान।...
Read moreDetailsसखीया है नादान सखीया है नादान, के हिण्डो के हिण्डो, हिण्डो धीरे लगा रे मारा साँवरिया, डाली टूट जाये डाली...
Read moreDetailsअधम उधारण जीवो ने तारन, गंगा माँ नवावे रे, जनम मरण रा पाप धोयने, भवसागर सु तिरावे रे, अरेे जनम...
Read moreDetailsगंगा मैया ओ गंगा मैया, गंगा मैया थे पार करो नैया, इस भवसागर से, तेरी शीतल लहर तरंगे, तुम पतित...
Read moreDetailsगंगा मैया त्रिवेणी पावन जल थारो, ओ गंगा मैया त्रिवेंणी पावन जल थारो, मेरी मैया प्रयागराज तीर्थ प्यारो, मेरी मैया...
Read moreDetailsथारी काया रो गुलाबी रंग उड़ जासी, थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी, उड जासी रे फिको पड जासी,...
Read moreDetailsसावन आयो रे, मारी राधा रूक्मण रा भरतार, सावरिया प्यारा सावन आयों रे।। सावन आवन कह गयो रे, कर गयो...
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