कलयुग में एक धाम ज्यारो़ नाम गुलर गंगा है
कलयुग में एक धाम ज्यारो़, नाम गुलर गंगा है, गुलर में महाराज बिराजे, ज्यारा दरशन चंगा है।। ढिंगसरी नीज गांव...
Read moreDetailsकलयुग में एक धाम ज्यारो़, नाम गुलर गंगा है, गुलर में महाराज बिराजे, ज्यारा दरशन चंगा है।। ढिंगसरी नीज गांव...
Read moreDetailsजग पालनहारी मात मेरी भवतारणी, जग पालनहारी मात मेरी भवतारनी, आ धरती है माँ शक्ति स्वरूपा मात की, आ धरती...
Read moreDetailsभटियाणी रे माता भटियाणी, ओ मैया गाँव पाचला री धणीयाणी, ओ मैया गाँव पाचला री धणीयाणी, भगता ने परचा देवे...
Read moreDetailsगाँव पाचला बाईसा रो, देवरो ओ माँ, माँ भटियाणी जी परचा, माँ भटियाणी जी परचा, देवे मोकला, गांव पाचला बाईसा...
Read moreDetailsम्हारा हँसला रे चालो शिखर गढ़, काया कोटरी में रंग लागो। दोहा - कहे संन्त संग्राम राम ने भूलू कीकर,...
Read moreDetailsसंतो में एक संत हुए है, काशीपुर महाराज, जिनकी गूलर बडी है धाम, जिनकी गूलर बडी है धाम।। तर्ज -...
Read moreDetailsमेरे नाथ केदारा, तेरे नाम का सहारा, तेरे नाम की है जोली, तेरे नाम का गुजारा, रुठा अच्छा नहीं लागे...
Read moreDetailsसादर गणपत देव मनाऊँ, निवन करूँ गुरू चरना में, बाईसा री कथा सुनावु, बाईसा री कथा सुनावु, साचा वचना मे...
Read moreDetailsझांको कांई लुल लुल नाचो जी, कल्याण धणी का मेला में, मेला मे मेला मे, झांको कांई लुल लुल नाचो...
Read moreDetailsतज दिना प्राण, काया कैसे रोई, काया है निर्मोई।। मैं जाण्यो काया सगं चलेगी, इण तो काया ने मलमल धोई...
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