सोच समझकर चाल मन मूरख जग में जीना थोड़ा रे
सोच समझकर चाल मन मूरख, जग में जीना थोड़ा रे, जग में जीना थोड़ा बंदे, जग में जीना थोड़ा रे,...
Read moreDetailsसोच समझकर चाल मन मूरख, जग में जीना थोड़ा रे, जग में जीना थोड़ा बंदे, जग में जीना थोड़ा रे,...
Read moreDetailsबजरंग बाला थारो नाम, जगत में मोटो छः, थाका मुख में नागर पान, हाथ में घोटो छः।। मात सिया की...
Read moreDetailsभगवान कृष्ण के दर्शन को, शिवजी गोकुल में आये हैं, शिवजी गोकुल में आये हैं, शंकर गोकुल में आये हैं...
Read moreDetailsम्हाने दर्शन देवो माता चामुण्डा, म्हाने चाकरी मे राखो माता चामुण्डा।। रंग रंगीला आंगने ओ थारे, चौक पुरावु माता चामुण्डा,...
Read moreDetailsएक बार आईजो म्हारे पावणा, केसरिया कंवरा, आकेली रा धणीया, देवरिया रा धणीया, घणी ओ करूँ मनवार, आकेली रा धणीया,...
Read moreDetailsचालो सोनाला खेतलाजी ने मनावा, दोहा - सोनाला रे मायने, भेरू अजब निरालो थारो धाम, दर्शन आवे जातरी, भेरू सारे...
Read moreDetailsआज धराऊ धोरा, धुंधला गोगाजी रे, मोटोडी़ चोटोरो बरसे मेस, हो धरमी राजा, आज धराऊं धोरा, धुंधला गोगाजी, मोटोडी़ सोटोरो...
Read moreDetailsकाया माटी में मिल गई, गईयोड़ा फेर नहीं आया।। आज अपनी काल पराई, फिर परसों को मालूम नहीं, जो कुछ...
Read moreDetailsम्हारा रामापीर जी गेंद, खेलण ने जावे, कळा ये दिखावे, धणी देवे दड़ी रे डोटो, खेल रचावे, धणी देवे दड़ी...
Read moreDetailsआव सखी देखा गणपत घूमे है, लाम्बी है सूँड मतवाला जी, घृत सिन्दुर थारे मस्तक सोहे देवा, शिव-शक्ति का बाला...
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