बजरंग वचन बोले रावण तू अभिमानी है
बजरंग वचन बोले, रावण तू अभिमानी है, सिया मात चुराने की, बड़ी की नादानी है।। तर्ज - ना स्वर है...
Read moreDetailsबजरंग वचन बोले, रावण तू अभिमानी है, सिया मात चुराने की, बड़ी की नादानी है।। तर्ज - ना स्वर है...
Read moreDetailsमारा सेठ जी रो नाम, गोपाल जी रे, वा वा रे नन्द जी रा, लाल जी रे, मारा कानुडा रो...
Read moreDetailsचालो म्हारी सुरता, गिगन मण्डल में, रैन दिवस लीव लाई रे।। सोहनी शिखर में चमके बिजली, गिगन घटा झुक आई...
Read moreDetailsसावण उत्तर लाग्यो, भादवो घोड़ाला, भगतां न चडग्यो चाव रे, बागड़ गा राजा, लाग्या उमावा रे।। कर दी कड़ाई थारे,...
Read moreDetailsबजरंग चाल पड़े लंका में, बली ने धारया रुप विशाल, धारया रूप विशाल बजरंग ने, धारया रूप विशाल।। सुरसा परखण...
Read moreDetailsकंवर सा बिना, कोण बंधावे धीर, घोड़ा ले बिना, कोण बंधावे धीर।। बागड़ देश में शिवजी आया, बणके गोरख फकीर,...
Read moreDetailsमेरा जाग्या पुरबला भाग, राम घर आया, भई मन में खुशी अपार, मन हुलसाया।। शुषोभित धनूष कमाण, हाथ धराया, रवि...
Read moreDetailsछम छम करती आओ म्हारी मैया, दोहा - सातों बहणा माईजी, थारी महिमा जग में न्यारी, रूप सुहाणों लागें री,...
Read moreDetailsसब सिस्टम ने सेट करावे, मारो सांवरियो, फूट्योड़ी किस्मत चमकावे, मारो सांवरियो, आपा मंडपिया नगरी जावाला, सांवरिया का दर्शन कर,...
Read moreDetailsहरिया जंगल की झाड़ियां में, मोटा मंगरा की पहाड़ियां में, माने भालो घणो लागे वो, गढ़बोर धनी को श्याम।। श्याम...
Read moreDetails© 2016-2025 Bhajan Diary