लगावः बाबा का दरबार गुरू मुरारी का चैला
लगावः बाबा का दरबार, गुरू मुरारी का चैला, शनि मंगल ने चौकी लावः, दुर दुर तं दुखिया आवं, हो ना...
Read moreDetailsलगावः बाबा का दरबार, गुरू मुरारी का चैला, शनि मंगल ने चौकी लावः, दुर दुर तं दुखिया आवं, हो ना...
Read moreDetailsधरगे गुरु मुरारी हाथ, सुझण लागी अगत की बात, सबके कष्ट मिटावः सः, मन्नै सुणी स चोटी आले में, बाबा...
Read moreDetailsमैं तेरी बेटी तू मेरी के माई ना, किसके राखी बांधु, मेरः कोए भाई ना।। ये छोटे छोटे हाथ तेरे,...
Read moreDetailsमरघट आली खोल दिए री, मेरे पित्र बँधे पड़े सं।। थान बणाया जोत जगाई, पित्र दिए दिखाई ना, घोड़े आले...
Read moreDetailsथोड़ी सी जिन्दगानी खातिर, नर के के तू तोफान करे, एक मिनट का नहीं भरोसा, बरसों का सामान करे।। काया...
Read moreDetailsगुरू मुरारी ने, मैं करदी मालो माल।। सुपने में प्रतिदिन आवः, सुपने में प्रतिदिन आवः, आ क मन्नै वो समझावः,...
Read moreDetailsसमचाणे की माटी पे, हटके फुल खिला जा, मेरे गुरु मुरारी आजा, मेरे गुरु मुरारी आजा।। हो समचाणे मे जा...
Read moreDetailsआया सावन देख चाल, भोले की फ़ौज ने, मेरे बम लहरी का डमरू बाजे, अपनी मौज में, सच्चे मन ते...
Read moreDetailsमेरी अर्जी कर मंजूर बाबा, लाल लंगोटे वाले हो, अरधर लाल लंगूर बजरंग, भक्तो के रखवाले हो, मेरी अर्जी कर...
Read moreDetailsनीचे मंदिर बालाजी का, ऊपर काली माई, दुर दुर त आ क नजारा, देखं लोग लुगाई।। बालाजी के मंदिर आगः,...
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