ताना रे ताना विभीषण का जिसको नहीं सुहाया भजन लिरिक्स
ताना रे ताना विभीषण का, जिसको नहीं सुहाया, भरी सभा में फाड़ के सीना, बजरंग ने दिखलाया, बैठे राम राम...
Read moreDetailsताना रे ताना विभीषण का, जिसको नहीं सुहाया, भरी सभा में फाड़ के सीना, बजरंग ने दिखलाया, बैठे राम राम...
Read moreDetailsआना पवन कुमार, हमारे हरी कीर्तन में।। श्लोक - वीर बजरंग आपको, आज हम बुलाते है, वो उत्सव सफल हो...
Read moreDetailsहै बलकारी और ब्रम्हचारी, अवतारी जो नाथ भुजंगी है, कोई और नही है वो मेरा, सालासर का बजरंगी है।। तर्ज...
Read moreDetailsरखवाला प्रतिपाला, मेरा लाल लंगोटे वाला, कदम कदम पर रक्षा करता, कदम कदम पर रक्षा करता, घर घर करे उजाला,...
Read moreDetailsऐसे भक्त कहाँ, कहाँ जग मे ऐसे भगवान, काँधे पर दो वीर बिठाकर, चले वीर हनुमान।। दोहा - दुर्गम पर्वत...
Read moreDetailsबाला सा थाने कोण सजाया जी, म्हारे मनड़ो हर लीनो, थारी सूरत मतवारी।। श्लोक - उत्सव आप को आ गयो,...
Read moreDetailsहे मनवा रे मनवा, जीवन है संग्राम, हे मनवा रे मनवा, जीवन है संग्राम, भजले राम राम राम, भजले राम...
Read moreDetailsप्यारे हनुमान बाला का, घर है निराला, यहाँ जिसने भी अलख जगाई, उसने मन की मुरादे है पाई, उसने मन...
Read moreDetailsहर मन के संकट हरता, ये संकट मोचन दाता, अरे निज भक्तो के जीवन में, ये दया का रस बरसाता।।...
Read moreDetailsराम के दास रस्ता दिखा दो, राम जी से मुझे तुम मिला दो, हाथ जोड़े मैं कब से खड़ा हूँ,...
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