म्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ भजन लिरिक्स
म्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ, आओ जी गजानन आओ।। श्लोक - सदा भवानी दाहिनी, सनमुख रहे गणेश, पांच देव रक्षा...
Read moreDetailsम्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ, आओ जी गजानन आओ।। श्लोक - सदा भवानी दाहिनी, सनमुख रहे गणेश, पांच देव रक्षा...
Read moreDetailsघर मे पधारौ गजानँद जी, मेरे घर मे पधारौ, रिध्धी सिध्धी लेके आओ गणराजा, मेरे घर मे पधारौ।। राम जी आना...
Read moreDetailsतुम जो कृपा करो तो, मिट जाये विपदा सारी, ओ गौरी सूत गणराजा, गणनायक गजमुख धारी, तुम हो दया के...
Read moreDetailsतेरी जय हो गणेश, तेरी जय हों गणेश। श्लोक - प्रथमे गौरा जी को वंदना, द्वितीये आदि गणेश, त्रितिये सुमीरु...
Read moreDetailsप्रीत मे पूजे नाम तुम्हारा, गणपति जगत खिवैया, शिव नँदन अब आज हमारी, पार लगाना नैय्या, जय गौरी के लाला॥...
Read moreDetailsसबसे पहले तुम्हे मनाऊँ, दोहा - प्रथमे गौरा जी को वंदना, द्वितीये आदि गणेश, त्रितिये सीमरु शारदा, मेरे कण्ठ करो...
Read moreDetailsगजानंद महाराज पधारो, कीर्तन की तैयारी है। तर्ज - फुल तुम्हे भेजा है ख़त मे। - श्लोक - प्रथम मनाये गणेश...
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