कभी फुर्सत हो तो जगदंबे निर्धन के घर भी आ जाना
कभी फुर्सत हो तो जगदंबे, निर्धन के घर भी आ जाना, जो रूखा सूखा दिया हमें, कभी उसका भोग लगा...
Read moreDetailsकभी फुर्सत हो तो जगदंबे, निर्धन के घर भी आ जाना, जो रूखा सूखा दिया हमें, कभी उसका भोग लगा...
Read moreDetailsभजनों की इस फुलवारी के, शिव श्याम बहादुर माली है, भक्ति की खुशबू से महके, हर पत्ता डाली डाली है,...
Read moreDetailsतुझपे कुर्बान है मेरी सारी उमर, मेरे सांवरे मेरी ले ले खबर, मेरे साँवरे मेरी ले ले खबर।। तर्ज -...
Read moreDetailsजाने अभी ना दूंगा, मेहमान तुम मेरे हो, मेहमान तुम मेरे हो, सेवक हूँ मैं तुम्हारा, भगवान तुम मेरे हो,...
Read moreDetailsना फूलों का हार, ना आरती का थार, ना लाया कुछ उपहार, केवल मेरा वंदन लो, केवल मेरा वंदन लो।।...
Read moreDetailsजिस नैया के श्याम धणी हो, खुद ही खेवनहार, वो नैया पार ही समझो, बिना पतवार ही समझो।। तर्ज -...
Read moreDetailsभूतनाथ के द्वार पे जो भी, अपना शीष झुका देता है, चिंताओं की सारी लक़ीरें, चिंताओं की सारी लक़ीरें, बाबा...
Read moreDetailsसांवरे जबसे तेरा, सहारा मिला, मैं तेरा हो गया, तू मेरा हो गया, तेरी चौखट का जबसे, नज़ारा मिला, मैं...
Read moreDetailsकभी खाटू वाले से, पूछेंगे हम, ख़ुशी देने वाले, ख़ुशी देने वाले, देते क्यों गम, कभी खाटु वाले से, पूछेंगे...
Read moreDetailsशब्द नहीं जो बोल सकूँ, ये रिश्ता क्या कहलाता है, मैं तो इतना जानू मेरा, श्याम से गहरा नाता है,...
Read moreDetails© 2016-2025 Bhajan Diary