रचा है श्रष्टि को जिस प्रभु ने वही ये श्रष्टि चला रहे है लिरिक्स
रचा है श्रष्टि को जिस प्रभु ने, वही ये श्रष्टि चला रहे है, जो पेड़ हमने लगाया पहले, उसी का...
Read moreDetailsरचा है श्रष्टि को जिस प्रभु ने, वही ये श्रष्टि चला रहे है, जो पेड़ हमने लगाया पहले, उसी का...
Read moreDetailsतुझे देख देख सोना, तुझे देख कर है जगना, मैं तो तेरी दीवानी, तुमसे है प्रीत पुरानी, तू ही तो...
Read moreDetailsतेरे प्यार का आसरा चाहता हूँ, कृपासिंधु तेरी कृपा चाहता हूँ।। तर्ज - तेरे प्यार का आसरा। मैं चाहता हूँ...
Read moreDetailsक्यों रो रहा है, तू क्यूँ रो रहा है, बन के पिता जब ये बैठा, तू क्यूँ रो रहा है,...
Read moreDetailsमेरे श्याम सौंप दिया है, अपने जीवन कि नैया तुझे, बीच भंवर में फँस गई हूँ, तुम उबारो कन्हैया मुझे।।...
Read moreDetailsसांसों का क्या पता सांवरे, सांसे कब तक मेरे साथ है, थामे रखना मेरी डोर को, मेरा जीवन तेरे हाथ...
Read moreDetailsमैं आया हूँ तेरे द्वारे, गणराज गजानन प्यारे। दोहा - प्रथमे गौरा जी को वंदना, द्वितीये आदि गणेश, तृतीये सुमिरा...
Read moreDetailsहर कदम पे तुम्हे होगा, आभास सांवरे का, चाहे कुछ भी हो ना डगमग हो, विश्वास सांवरे का, हर कदम...
Read moreDetailsमेरे सांवरे की ये दया का असर है, जहाँ देखता हूँ ये आता नज़र है, मेरे साँवरे की ये दया...
Read moreDetailsतुम श्याम मेरे, मैं हूँ तुम्हारा, जीने को काफी है, तेरा सहारा, हार के ये दिल मेरा, जब उदास होता...
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