बिन पानी के नाव खे रही है माँ नसीब से ज्यादा दे रही है लिरिक्स
बिन पानी के नाव खे रही है, माँ नसीब से ज्यादा दे रही है।। तर्ज - श्याम चूड़ी बेचने आया।...
Read moreDetailsबिन पानी के नाव खे रही है, माँ नसीब से ज्यादा दे रही है।। तर्ज - श्याम चूड़ी बेचने आया।...
Read moreDetailsमेरी भी अरज सुनले, दुनिया की सुनने वाली, तेरे दर पे आ गई हूँ, जाऊं ना हाथ खाली, मेरी भी...
Read moreDetailsशारदे शारदे वर दे, माँ ऐसा, एक युग में तो क्या, किसी युग में, दिया हो ना जैसा।। तर्ज -...
Read moreDetailsमाँ मुझे तेरी जरूरत है, कब डालोगी मेरे घर फेरा, तेरे बिन जी नहीं लगता मेरा, मां मुझे तेरी जरूरत...
Read moreDetailsबैठी हो माँ सामने, कर सोलह श्रृंगार, तू करुणा की है मूरत, और ममता का भण्डार, बैठी हो मां सामने,...
Read moreDetailsमैया री मैया शारदे तोहे, लाल रंग की चुनरिया सोहे।। मस्तक मुकुट बाल घुंघराले, माथे बिन्दिया सोहे, मैया री मैया...
Read moreDetailsतुम बिन हमारी विपदा, माँ कौन आके टारे, नैया भंवर पड़ी है, कर दो जरा किनारे।। निर्धन को मिली माया,...
Read moreDetailsतेरी महिमा सभी ने बखानी, दया हमपे करो अम्बे रानी।। तर्ज - मनिहारी का भेष। हम शरण तेरी आए है,...
Read moreDetailsझुंझुनू वाली दादी, ममता की मूरत है, सारे जग से दादी माँ, तेरी प्यारी सूरत है, झुंझनू वाली दादी, ममता...
Read moreDetailsथारे भरोसे बैठ्यो मैया, कोई ना म्हारो है, आसरो दादी थारो है, आसरो म्हाने थारो है।। तर्ज - कन्हैया ले...
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