दो दिन का जगत मे मेला सब चला चली का खेला भजन लिरिक्स
दो दिन का जगत मे मेला, सब चला चली का खेला।। कोई चला गया कोई जावे, कोई गठरी बाँध सिधारे,...
Read moreDetailsदो दिन का जगत मे मेला, सब चला चली का खेला।। कोई चला गया कोई जावे, कोई गठरी बाँध सिधारे,...
Read moreDetailsओ पापी मन करले भजन, मौका मिला है तो करले जतन।। तर्ज - जिसका मुझे था इंतजार। ओ पापी मन...
Read moreDetailsज़िंदगी एक किराए का घर है, एक ना एक दिन बदलना पड़ेगा, मौत जब तुमको आवाज़ देगी, घर से बाहर...
Read moreDetailsभला किसी का कर ना सको तो, बुरा किसी का मत करना, पुष्प नहीं बन सकते तो तुम, कांटे बन...
Read moreDetailsनही चाहिये दील दुखाना किसी का, सदा ना रहा है सदा ना रहेगा, सदा ना रहा है सदा ना रहेगा,...
Read moreDetailsजाएगा जब यहाँ से, कुछ भी ना पास होगा, दो गज कफ़न का टुकड़ा, तेरा लिबास होगा।। काँधे पे धर...
Read moreDetailsजीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ी, देख तमाशा लकडी का, क्या जीवन क्या मरण कबीरा, खेल रचाया लकडी का।। देखे...
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