श्री कुशेश्वर स्त्रोत्र
श्री कुशेश्वर स्त्रोत्र, सदा वसन्तं गिरिजा-समेतम्, गणनाथ नाथं, प्रभु विश्वनाथम्, करुणा स्वरुपं, प्रभु सौम्य रूपम् गिरिजा कुशेश्वर, प्रणमामि नित्यम्।। कृपा...
Read moreDetailsश्री कुशेश्वर स्त्रोत्र, सदा वसन्तं गिरिजा-समेतम्, गणनाथ नाथं, प्रभु विश्वनाथम्, करुणा स्वरुपं, प्रभु सौम्य रूपम् गिरिजा कुशेश्वर, प्रणमामि नित्यम्।। कृपा...
Read moreDetailsतेरी कृपा सबको, भव से तारती, शरण मिली राघव की, गाऊं आरती।। तर्ज - मन में बसाकर तेरी मूर्ति। दया...
Read moreDetailsओम जय क्षिप्रा मैया, श्लोक - ओम पय:स्वतीय विद्महे, उत्तर वाहिनी धीमहि, तन्नो मां क्षिप्रा प्रचोदयात्। ओम जय क्षिप्रा मैया,...
Read moreDetailsवेदसार शिव स्तव:, पशूनां पतिं पापनाशं परेशं, गजेन्द्रस्य क्रत्तिं वसानं वरेण्यम्। जटाजूटमध्ये स्फुरद्गांगवारिं, महादेवमेकं स्मरामि स्मरारिम्।१। महेशं सुरेशं सुरारार्तिनाशं, विभुं...
Read moreDetailsअम्बे भवानी तेरी आरती गाऊं, शिव पटरानी तेरी आरती गाऊं, आरती गाऊं मैया आपको मनाऊं, अंबे भवानी तेरी आरती गाऊं,...
Read moreDetailsक्षमा प्रार्थना दुर्गासप्तशती, अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेऽहर्निशं मया। दासोऽयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वरि।।१।। आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम्। पूजां चैव न...
Read moreDetailsजय दादी सती माता, जय दादी सती माता, आंवल की महाराणी, सब सुख की दाता।।जय... ज्योत अखंडित तेरी, दिव्य प्रकाश...
Read moreDetailsजय जगदंबे माई, मैया जय जगदम्बे माई, भक्त खडे तेरे द्वार मां, संत खड़े तेरे द्वारे मां, कर सब सुख...
Read moreDetailsॐ जय श्री विश्वकर्मा, प्रभु जय श्री विश्वकर्मा, सकल सृष्टि के कर्ता, रक्षक श्रुति धर्मा, ओम जय श्री विश्वकर्मा।। आदि...
Read moreDetailsआराधे पधारो मैया होवे निज आरती, कविजन कीरति गान करे, जसोल री धणियाणी, कुंवर लाल बन्ना री जननी, दर पर...
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