आरती संग्रह

Aarti Sangrah Lyrics

वेदसार शिव स्तव: हिंदी लिरिक्स

वेदसार शिव स्तव:, पशूनां पतिं पापनाशं परेशं, गजेन्द्रस्य क्रत्तिं वसानं वरेण्यम्। जटाजूटमध्ये स्फुरद्गांगवारिं, महादेवमेकं स्मरामि स्मरारिम्।१। महेशं सुरेशं सुरारार्तिनाशं, विभुं...

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क्षमा प्रार्थना दुर्गासप्तशती

क्षमा प्रार्थना दुर्गासप्तशती, अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेऽहर्निशं मया। दासोऽयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वरि।।१।। आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम्। पूजां चैव न...

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