आरती संग्रह

Aarti Sangrah Lyrics

सुन मेरी देवी पर्वत वासिनी तेरा मैंने पार ना पाया आरती लिरिक्स

सुन मेरी देवी पर्वत वासिनी, तेरा मैंने पार ना पाया, सुन मेरी देवी पर्वतवासनी, तेरा मैंने पार ना पाया।। पान...

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जय शिवशंकर जय गंगाधर शिवाष्टक स्त्रोत्र लिरिक्स

जय शिवशंकर जय गंगाधर करूणाकर करतार हरे, जय शिवशंकर जय गंगाधर करूणाकर करतार हरे, जय कैलाशी जय अविनाशी सुखराशी सुखसार...

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श्री कृष्ण स्तुति पितामह भीष्म द्वारा रचित

श्री कृष्ण स्तुति पितामह भीष्म द्वारा रचित, -- भीष्म उवाच -- इति मतिरुपकल्पिता वितृष्णा भगवति सात्वतपुंगवे विभूम्नि। स्वसुखमुपगते क्वचिद्विहर्तुं प्रकृतिमुपेयुषि...

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शिव तांडव स्तोत्रम लिरिक्स जटा टवी गलज्जल

शिव तांडव स्तोत्रम लिरिक्स, शिव तांडव स्तोत्रम लिरिक्स, जटा टवी गलज्जल प्रवाह पावितस्थले, गलेवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्ग तुङ्ग मालिकाम्, डमड्डमड्डमड्डमन्निनाद वड्डमर्वयं,...

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