आरती संग्रह

Aarti Sangrah Lyrics

श्रितकमलाकुचमण्डल गीत गोविन्द लिरिक्स

श्रितकमलाकुचमण्डल धृतकुण्डल ए, कलितललितवनमाल जय जय देव हरे।। दिनमणिमण्डलमण्डन भवखण्डन ए, मुनिजनमानसहंस जय जय देव हरे।। कालियविषधरगंजन जनरंजन ए, यदुकुलनलिनदिनेश...

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जयशंभुनाथ दिगंबरम करुणाकरं जगदीश्वरम

जयशंभुनाथ दिगंबरम, करुणाकरं जगदीश्वरम्, भवतारणम भयहारणम, करुणाकरं जगदीश्वरम्।। मृगछाल अंग शुशोभितम्, करमाल दंड बिराजितं, यमकाल पास बिमोचकम्, करुणाकरं जगदीश्वरम्।। गलरुण्डमाल...

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गौरी गौरांगी मैया शिव की अर्धांगी मैया

गौरी गौरांगी मैया, शिव की अर्धांगी मैया। श्लोक - सर्व स्वरूपे सर्वेशे, सर्वशक्ति समन्वितेः, भयेभ्यस्त्राही नौ देवी, दुर्गे देवी नमोस्तुते।।...

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