मन रे ऐसा सतगुरु जोई मारवाड़ी भजन लिरिक्स
मन रे ऐसा सतगुरु जोई, दोहा - बन व्यापारी आ गया, सतगुरु दीनदयाल, अनंत गुणा की संपदा, लाया अनोखो माल।...
मन रे ऐसा सतगुरु जोई, दोहा - बन व्यापारी आ गया, सतगुरु दीनदयाल, अनंत गुणा की संपदा, लाया अनोखो माल।...
खाटू में मोरनी बनके, मैं तो छम छम नाचूं, मैं तो छम छम नाचूं, सांवरिया तेरी याद में, जोगन बन...
तेरे दरबार को यूँ सजाता रहूं, तू बुलाता रहे और मैं आता रहूं, तू बुलाता रहे और मैं आता रहूँ।।...
बांके बिहारी हे गिरधारी, ओ श्याम मेरे सरकार, दर्शन दे दो ना करतार, दर्शन दे दो ना करतार, दिवाना मैं...
मेरे सांवरिया सरकार सरकार, तेरी मोरछड़ी लहरा दे रे, मेरे खाटू के घनश्याम घनश्याम, संकट को दूर भगा दे रे।।...
जब जब इनके भक्तों पे, कोई संकट आता है, मेरा लाल लंगोटे वाला, पल में दौड़ा आता है।। जिसके घर...
जब जब धरा पे संकट कोई आता है, तब तब रूप बदलकर मोहन आता है, ना जाने कितने ही संकट...
गणपत को मनाते हैं पहले, गणपत को मनाते है पहले, देव हो या कोई, देव हो या कोई, ध्यान तेरा...
सोणा वेख के नजारा वृन्दावन दा, किते वी मेरा दिल नई लगदा, मेनू भुल्ल गया दुख तन मन दा, किते...
श्याम धणी को मोटो है दरबार, फरियादी आवे मोकला जी म्हारा राज, रे बावलिया कर ले करुण पुकार, फरियादी आवे...
© 2016-2025 Bhajan Diary