मटको गजब घड़ियों रे कुम्हार भजन लिरिक्स
मटको गजब घड़ियों रे कुम्हार, वणिमें राम समावे जी, राम समावे जी, वणिमें राम समावे जी।। उण मटकी में भरियो...
मटको गजब घड़ियों रे कुम्हार, वणिमें राम समावे जी, राम समावे जी, वणिमें राम समावे जी।। उण मटकी में भरियो...
श्रीयादे की महिमा निराली, दोहा - कर में कुण्डल मन में माला, लेती हरि को नाम, ऐसी बणी भक्त मैया...
तन पे लगा मसाणी राख, दोहा - रमता जोगी भूतां संग में, जिनका धाम शमशान, गंगा धारी राख रमावे, शिव...
शक्ति व शिव जी, है वो निराकारी। दोहा - शक्ति व शिवजी, है वो निराकार, आकार बणाई कुम्हार ने, किरपा...
श्रीयादे बोलो, दोहा - संकट हरणी मंगल करणी, है मां कृपा निधान, सन्ता में तुं भगतां में तुं, और भगवत...
घड़तारी अनमोलक हंस गमायो, दोहा - मनक जुण अनमोल है, नहीं आवेली फेर, लाभ उठाले जुण का, मती गमा तुं...
मनमोहन खेल रहे होरी, दोहा - फागुण महीना लगत ही, जिया मोरा उमंग में, होरी खेले श्याम सुन्दर, श्री राधा...
आयो नंदगाव से होली, खेलन नटवर नंद किशोर, नटवर नंद किशोर, आयो छलिया माखन चोर, आयो नंदगाव से होरी, खेलन...
मैं चाकरियो हूँ श्याम, मेरो रखवालो है, चरणा को हूँ दास सांवरो, मेरो करुना निधान, मेरो रखवालो है, मैं चाकरियो...
मैं तो हूँ भक्तो का दास, भगत मेरी मुकुट मणि।। जो कोई भजे भजुँ मैं वाको, रहूं दासन को दास,...
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