आया बुलावा भवन से मैं रह ना पाई लख्खा जी भजन लिरिक्स
आया बुलावा भवन से, मैं रह ना पाई।। श्लोक - तेरे दरश की धुन में माता, हम है हुए मतवाले,...
आया बुलावा भवन से, मैं रह ना पाई।। श्लोक - तेरे दरश की धुन में माता, हम है हुए मतवाले,...
करुणामयी वरदायनी, कर कमल विणा धारणी, माँ सरस्वती, माँ सरस्वती।। तर्ज - किस राह में किस मोड़ पर। सा सा...
सावन सुहाना आया है, सावन, संदेसा माँ का लाया है, सावन।। तर्ज - पुरवा सुहानी आई रे। सावन है सुहाना...
अम्बे अम्बे माँ अम्बे अम्बे, अम्बे अम्बे भवानी माँ जगदम्बे।। तर्ज - छम्मा छम्मा बाजे रे तेरी। श्लोक - जिसने...
बाँधु जिसपे राखी, वो कलाई चाहिए, बहना कहने वाला, एक भाई चाहिए, माँ पूरी मेरी आस कर, खड़ी मैं कब...
जिनका मैया जी के, चरणों से संबंध हो गया, उनके घर में आनंद ही, आनंद हो गया, उनके घर में...
मात ज्वाला कर उजियाला, तेरी ज्योत जगाऊँ, तेरे दरबार आके, तेरे दरबार आके, बनके तेरे चरणों का सेवक, मुँह माँगा...
आए मैया के नवराते, हो रहे घर घर में, हो रहे घर घर में जगराते, रिझाते मैया को, रिझाए मैया...
ना ही हैलो कहो, ना ही हाय कहो, मिलो किसी से, जय माता दी, बहना भाई कहो, ना ही हैलो...
खाली कदे ना मोड़े, बण आया जो सवाली, मेरी चिंता पुरणी माँ, मेरी चिंता पुरणी माँ, बिगड़ी बनाने वाली, खाली...
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