गुरु बिना घोर अँधेरा रे संतो भजन लिरिक्स
गुरु बिना घोर अँधेरा रे संतो, जैसे मंदिर दीपक बिना सूना, नही वस्तु का बेरा, गुरु बिना घोर अँधेरा रे...
गुरु बिना घोर अँधेरा रे संतो, जैसे मंदिर दीपक बिना सूना, नही वस्तु का बेरा, गुरु बिना घोर अँधेरा रे...
तेरे दरबार की महिमा, बड़ी निराली है, तू तो दाती है दयालु है, झंडे वाली है, तेरे दरबार की महिमा,...
कहाँ रखोगे बाबा, हारो की अंसुवन धार, तेरा श्याम कुण्ड भी छोटा, पड़ जायेगा सरकार, कहां रखोगे बाबा, हारो की...
मैं हूँ तेरा नौकर बाबा, नौकरी रोज बजाता हूँ। श्लोक - इतना दिया मेरे बाबा ने मुझे, जितनी मेरी औकात...
ओ बेटा शरवण पाणीड़ो पिलाय, वन में बेटा प्यास लगी। दोहा - बेटा तो आगे भया, कलयुग बीच अनेक, श्रवण...
पहला थारी ममता ने मारो, पछे मोयला ने मारो कुँआ पर, आसन जोगी वालो।। पानी किस विध जऊ रे मै...
कुछ नहीं करुणानिधान चाहिए, एक तेरी दया दयावान चाहिए, कुछ नहीं करुणानिधान चाहिए।। तर्ज - अच्छा सिला दिया तूने। दुनिया...
किसने सजाया तुमको, इतना श्रृंगार करके, मैं लूट गई कन्हैया, दीदार यार करके, किसने सजाया तूमको, इतना श्रृंगार करके।। तर्ज...
ओ मेरे कृष्णा, ओ मेरे श्याम, तेरा नाम पुकारू मैं, इक इक पल, तेरी बाट निहारु मैं, इक इक पल,...
हमको कन्हैया एक, तेरा ही आधार है, तेरा ही आधार है, आज भी है और, कल भी रहेगा, हमको कन्हैया...
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