सत्संग अमर जड़ी राजस्थानी भजन लिरिक्स
सत्संग अमर जड़ी, जो कोई लाभ लियो सत्संग को, वाने खबर पढ़ी, जग में सत्संग अमर जड़ी।। नरसी सत्संग करी...
सत्संग अमर जड़ी, जो कोई लाभ लियो सत्संग को, वाने खबर पढ़ी, जग में सत्संग अमर जड़ी।। नरसी सत्संग करी...
ए मन री है तन री, लगन री रे, ए भाया मन री है तन री, है लगन री रे,...
गेरी गेरी बिरखा भाया, थे पाछा कैया जावो, माने साची साची बात बताओ जियो, साची साची बात बताओ जियो, खम्मा...
अरे मारा सासुजी, खेतलाजी रा परचा घणा भारी, मारा सासुजी भेरूजी रा, परचा घणा भारी, मारा सासुजी, जाणो जाणो भेरूजी...
धम धम सीता महले चढे, दोहा - सतीया सत मत छोडजो, और सत छोड्या पथ जाय, सत री बांधी लक्ष्मी,...
ए पधारो मारा पूरबजी, आज का भजनो मे, वेगा आविजो, आवो मारा पूरबजी, आज री जागन मे, वेगा आविजो, अरे...
हर ग्यारस ने यो खाटू बुलावे, म्हारो बाबो म्हाने लाड़ लड़ावे, मायड़ और बाबुल की जईया, हर ग्यारस ने यों...
हारना भी जरुरी था, तेरे दरबार में इस सर का, झुकना भी जरुरी था, मेरी आँखों से आंसू का, टपकना...
हर ग्यारस पे मुझको, मेरे श्याम बुलाते है, वो हाथ पकड़ मेरा, खाटू ले जाते है, हर ग्यारस पे मुझको,...
मैं खाटू आऊंगा, हर ग्यारस को चरणों में, शीश नवाऊंगा, मेरे भजन से तुझको, बाबा श्याम मैं रिझाऊंगा, मैं छोड़...
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