भाव के भूखे है मेरे श्याम गिरधारी लिरिक्स
भाव के भूखे है मेरे, श्याम गिरधारी, प्रेम के वश में सदा, रहते है बनवारी, करो जो तन मन इन्हे...
भाव के भूखे है मेरे, श्याम गिरधारी, प्रेम के वश में सदा, रहते है बनवारी, करो जो तन मन इन्हे...
मोहन प्रेम बिना नहीं मिलता, चाहे करले कोटि उपाय।। राग - दरबारी। मिले ना यमुना सरस्वती में, मिले ना गंगा...
राघव ललन तेरे कोमल चरण, कहीं कंकरिया गढ़ी नहीं जाय।। नवरा जीव चरण अरुणाय, खेलन बिनु पग परे अकुलाय, नीरज...
कोई ले चल खाटू धाम, श्याम को वही पुराणो गाम, वही पुरानो गाम श्याम को, वही पुरानो गाम, कोईं ले...
भाया सुन लो मारी बात, चाला मंडफिया नगरी माय, मारा सांवरिया रो काम, भाया गणो जोरदार, अरे रोता ने राजी...
तेरे दर पे आ गई हूँ, मुश्किल है उठ के जाना, दुनिया है मुझको भूली, कहीं तुम ना भूल जाना,...
तू ना होता तो कुछ ना होता, मेरे बाबा श्याम प्यारे, मेरे बाबा मेरे बाबा, मेरे बाबा मेरे बाबा।bd। तर्ज...
दया क्यों अब प्रभु करते नहीं, क्या हो गया, मेरे दुखड़ों को तुम हरते नहीं, क्या हो गया, दया क्यूँ...
हारे के सहारे हो, के झूठी इस दुनिया में, तुम ही तो हमारे हो।bd। तर्ज - हुस्न पहाड़ों का। अपनों...
पल पल में याद आवे रे, कान्हुड़ा री बातड़ली, कान्हुड़ा री बातड़ली, रे सांवरिया री बातड़ली, पल पल मे याद...
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