आज हमारे घर है कीर्तन,
बांके बिहारी जी आएंगे,
बांके बिहारी जी आएंगे संग,
राधा रानी जी को लाएंगे,
आज हमारें घर हैं कीर्तन,
बांके बिहारी जी आएंगे।।
फूलों से आँगन को सजाया,
और सजाया कलियों से,
आएंगे सरकार हमारे,
कुञ्ज गली की गलियों से,
प्यारे ठाकुर ठकुरानी को,
संग में लेकर आएंगे,
आज हमारें घर हैं कीर्तन,
बांके बिहारी जी आएंगे।।
कितने दिनों से हम दर्शन की,
आस लगाकर बैठे थे,
पड़ेंगे चौखट श्री चरण,
विश्वास जगा कर रहते थे,
आँखें थी दीदार को तरसी,
हाल ए दिल बतलायेंगे,
आज हमारें घर हैं कीर्तन,
बांके बिहारी जी आएंगे।।
मैं ‘गगन’ हरि नाम दीवाना,
गाऊं हरी जी के नाम को,
संकीर्तन ही जीवन मेरा,
नमन मेरा ब्रजधाम को,
जैसी किरपा मुझपे बरसी,
तुम सब पर बरसायेंगे,
आज हमारें घर हैं कीर्तन,
बांके बिहारी जी आएंगे।।
आज हमारे घर है कीर्तन,
बांके बिहारी जी आएंगे,
बांके बिहारी जी आएंगे संग,
राधा रानी जी को लाएंगे,
आज हमारें घर हैं कीर्तन,
बांके बिहारी जी आएंगे।।
Singer – Gagan Sharma
Lyricist – Rahul Mehra